000 | 00925 a2200181 4500 | ||
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008 | 210902b2011 ||||| |||| 00| 0 eng d | ||
020 | _a9788190665490 | ||
082 |
_aH821 _bSHR |
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100 | _aश्रीसागर , सुबाश | ||
245 | _aनागार्जुन के काव्य में जनचेतना | ||
260 |
_a कानपूर : _bशुभम पब्लिकेशन , _c2011. |
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300 |
_a294 पु . ; _c20 से.मि. |
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650 | _aजनवादी चेतना और हिंदी काव्य | ||
650 | _aनागार्जुन व्यक्ति और रचनाकार | ||
650 | _aनागार्जुन के काव्य में जनवादी चेतना | ||
650 | _a नागार्जुन के काव्य में व्यंग्य और आक्रोश | ||
942 |
_2ddc _cBK |
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999 |
_c251683 _d251683 |